
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम पर सहमति के बावजूद तनाव बरकरार है। इसी बीच अमेरिका-चीन के बीच हुए व्यापारिक समझौते ने वैश्विक बाजारों को राहत दी, लेकिन भारतीय शेयर बाजार ने नकारात्मक शुरुआत की।
भारत-पाकिस्तान DGMO बातचीत में संघर्ष रोकने पर सहमति
सेंसेक्स 788 अंक टूटकर 81,641.28 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 209.90 अंक गिरकर 24,714.80 पर आ गया।
क्यों टूटा बाजार?
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भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम के बावजूद सीमाई तनाव
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ग्लोबल इन्वेस्टर्स की सतर्कता
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बीते दिन की मुनाफावसूली का असर
विशेषज्ञों के मुताबिक सोमवार की उछाल शॉर्ट-कवरिंग और रिटेल निवेशकों के कारण थी, न कि संस्थागत खरीदारी से।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में कौन हारा-कौन जीता?
टॉप लूज़र्स:
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इंफोसिस
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पावर ग्रिड
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कोटक महिंद्रा बैंक
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आईसीआईसीआई बैंक
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HCL टेक
टॉप गेनर्स:
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सन फार्मा
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बजाज फाइनेंस
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टाटा स्टील
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इंडसइंड बैंक
अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल
अमेरिका
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Nasdaq: +4.35%
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S&P 500: +3.26%
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Dow Jones: +2.81%
एशिया
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कोस्पी (साउथ कोरिया): तेजी
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निक्केई 225 (जापान): तेजी
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शंघाई SSE: तेजी
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हैंग सेंग (हांगकांग): गिरावट
रुपये में आई मजबूती
भारत-पाक तनाव में नरमी और अमेरिका-चीन डील के चलते मंगलवार को रुपये में मजबूती देखने को मिली।
74 पैसे चढ़कर रुपया 84.62 प्रति डॉलर पर पहुंचा
सोमवार को छुट्टी थी, जबकि शुक्रवार को रुपया 22 पैसे बढ़कर 85.36 पर बंद हुआ था।
“निफ्टी में आई उछाल संस्थागत निवेश की वजह से नहीं थी, बल्कि यह शॉर्ट-कवरिंग और रिटेल इन्वेस्टर्स की खरीद का नतीजा था।”
बाजार में तेज़ी के बाद तेज़ गिरावट यह दर्शाती है कि वैश्विक और भू-राजनीतिक घटनाएं निवेशकों के मूड को तेजी से बदल सकती हैं। आने वाले दिनों में भारत-पाक तनाव, ड्रोन गतिविधियां और ग्लोबल टैरिफ अपडेट्स पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।
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